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भारत कर रहा टू फ्रंट वॉर के लिए तैयारी, बाहरी दखल अब बर्दाश्त नहीं... अमेरिकी एक्सपर्ट का खुलासा, बदल गई सैन्य डॉक्ट्रिन
भारत कर रहा टू फ्रंट वॉर के लिए तैयारी, बाहरी दखल अब बर्दाश्त नहीं... अमेरिकी एक्सपर्ट का खुलासा, बदल गई सैन्य डॉक्ट्रिन

J Ten News Hindi
खबर / देश – दुनिया
[25/11, 10:48 am] J TEN NEWS: भारत कर रहा टू फ्रंट वॉर के लिए तैयारी, बाहरी दखल अब बर्दाश्त नहीं… अमेरिकी एक्सपर्ट का खुलासा, बदल गई सैन्य डॉक्ट्रिनIndia Pakistan War Hindi: अमेरिकी सैन्य एक्सपर्ट्स ने लिखा है कि “स्ट्रेटेजिक संयम पाकिस्तान के साथ तनाव बढ़ने से रोकने के लिए बनाई गई थी। लेकिन हकीकत ये है कि इसने इसका उल्टा किया। पाकिस्तान की सिक्योरिटी एजेंसियों के सपोर्ट वाले टेरर ग्रुप्स ने आतंकवाद और सरकारी हमले के बीच की रुकावट का फायदा उठाया’
[25/11, 10:48 am] J TEN NEWS: वॉशिंगटन: ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत ने अपनी सैन्य डॉक्ट्रिन को बदल दिया है। भारत ने स्ट्रैटजिक संयम बरतना बंद कर दिया है और अब चीन को अप्रत्यक्ष संदेश भेज रहा है। अमेरिकी सैन्य एक्सपर्ट जॉन स्पेंसर और लॉरेन डेगन एमॉस ने लिखा है कि 2016 में उरी, 2019 में बालाकोट से ही भारत ने संदेश दे दिया था कि वो अब संयम वाली स्ट्रैटजी को त्याग रहा है। लेकिन 2025 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने साफ कर दिया है कि उसकी स्ट्रैटजिक डॉक्ट्रिन बदल गई है। [25/11, 10:48 am] J TEN NEWS: अमेरिकी सैन्य एक्सपर्ट्स ने लिखा है कि भारत पहले आतंकवाद के खिलाफ सीमित कार्रवाई करता था, लेकिन उससे आतंकवाद को रोका नहीं जा पा रहा था। बल्कि आतंकवाद और ज्यादा खतरनाक हो गया था। आतंकवादियों को विश्वास हो गया था कि वो क्रॉस बॉर्डर आतंकवाद को फैला सकते हैं, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर की प्लानिंग और उसे लागू करने के नतीजों को देखने के बाद अब नतीजा साफ है कि भारत ने एक सैद्धांतिक सीमा पार कर ली है। [25/11, 10:50 am] J TEN NEWS: जॉन स्पेंसर और लॉरेन डेगन एमॉस ने लिखा है कि “भारत अब ऐसा देश नहीं है जो आतंकवाद का जवाब सोची-समझी चेतावनियों के साथ देता है या अपने फैसलों को सही ठहराने के लिए इंटरनेशनल पार्टनर्स का इंतजार करता है। यह एक नया ऑपरेटिंग लॉजिक बना रहा है, जो दबाव डालने वाली स्पष्टता और अपने नागरिकों को खतरा होने पर पहले कार्रवाई करने की इच्छा पर आधारित है। ऑपरेशन सिंदूर ने यह बदलाव नहीं किया। बल्कि इसने इसे दिखाया है।” ऑपरेशन सिंदूर ने यह संकेत दिया कि भारत अब किसी भी बड़े आतंकी हमले को कानून-व्यवस्था की समस्या नहीं, बल्कि युद्ध की घटना मानता है।




